बेंगलूर।
राज्य के प्रतिष्ठित शिमोगा संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगारप्पा ने चुनाव आयोग में मुख्यमंत्री बीएस येड्डीयुरप्पा के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई है। सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बंगारप्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार आचार संहिता और जनप्रतिनिधि कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। उनके विरुद्ध आयोग को तत्काल कार्रवाई करते हुए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अपने गृह जिले में लगातार चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं और आचार संहिता के प्रभावकारी क्रियान्वयन में अधिकारी विफल साबित हो रहे हैं। शिमोगा क्षेत्र में अवैद शराब, नकद राशि और अन्य सामग्री के परिवहन पर आयोग द्वारा रोक लगाए जाने की मांग करते हुए बंगारप्पा ने आशंका जताई कि इस स्थिति में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न करा पाना काफी मुश्किल है। अपनी शिकायत में बंगारप्पा ने येड्डीयुरप्पा पर कई आरोप लगाए हैं, जिनमें शिमोगा में विभिन्न संगठनों और समुदायों के नेताओं की बैठक में येड्डीयुरप्पा द्वारा अपने पुत्र के लिए वोट मांगने के लिए पद का दुरुपयोग करने का आरोप भी शामिल है। शिमोगा क्षेत्र में बंगारप्पा का मुकाबला मुख्यमंत्री के पुत्र और भाजपा प्रत्याशी बीवाई राघवेन्द्र से है। बंगारप्पा ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के एक मंत्री ने शिमोगा के एक मंदिर में एक जाति विशेष के सदस्यों की बैठक में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन के बदले मंदिर को दस लाख रुपए दान में दिए हैं। इस संबंध में भी एक शिकायत चुनाव आयोग में दर्ज की गई है। बंगारप्पा ने जिला प्रशासन के कुछ अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर भी अंगुली उठाई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कुछ अधिकारी, स्कूल-कॉलेजों और मुजरई मंदिरों में प्रचार बैठकों का आयोजन कर रहे हैं। एक सवाल के जवाब में बंगारप्पा ने कहा कि उनके साथी कागोडू तिम्मप्पा ने हिन्दूवादी संगठनों के विरुद्ध कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया। उनका कहना था कि मीडिया एक हिस्से ने तिम्मप्पा के भाषण को गलत संदर्भ में पेश किया है। |
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