Tuesday, April 7, 2009

बंगारप्पा चुनाव आयोग की शरण में


बेंगलूर।
राज्य के प्रतिष्ठित शिमोगा संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगारप्पा ने चुनाव आयोग में मुख्यमंत्री बीएस येड्डीयुरप्पा के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई है। सोमवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बंगारप्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार आचार संहिता और जनप्रतिनिधि कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। उनके विरुद्ध आयोग को तत्काल कार्रवाई करते हुए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया सुनिश्चित करनी चाहिए।

उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अपने गृह जिले में लगातार चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं और आचार संहिता के प्रभावकारी क्रियान्वयन में अधिकारी विफल साबित हो रहे हैं। शिमोगा क्षेत्र में अवैद शराब, नकद राशि और अन्य सामग्री के परिवहन पर आयोग द्वारा रोक लगाए जाने की मांग करते हुए बंगारप्पा ने आशंका जताई कि इस स्थिति में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न करा पाना काफी मुश्किल है।
अपनी शिकायत में बंगारप्पा ने येड्डीयुरप्पा पर कई आरोप लगाए हैं, जिनमें शिमोगा में विभिन्न संगठनों और समुदायों के नेताओं की बैठक में येड्डीयुरप्पा द्वारा अपने पुत्र के लिए वोट मांगने के लिए पद का दुरुपयोग करने का आरोप भी शामिल है। शिमोगा क्षेत्र में बंगारप्पा का मुकाबला मुख्यमंत्री के पुत्र और भाजपा प्रत्याशी बीवाई राघवेन्द्र से है। बंगारप्पा ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के एक मंत्री ने शिमोगा के एक मंदिर में एक जाति विशेष के सदस्यों की बैठक में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन के बदले मंदिर को दस लाख रुपए दान में दिए हैं। इस संबंध में भी एक शिकायत चुनाव आयोग में दर्ज की गई है। बंगारप्पा ने जिला प्रशासन के कुछ अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर भी अंगुली उठाई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कुछ अधिकारी, स्कूल-कॉलेजों और मुजरई मंदिरों में प्रचार बैठकों का आयोजन कर रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में बंगारप्पा ने कहा कि उनके साथी कागोडू तिम्मप्पा ने हिन्दूवादी संगठनों के विरुद्ध कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया। उनका कहना था कि मीडिया एक हिस्से ने तिम्मप्पा के भाषण को गलत संदर्भ में पेश किया है।

1 comment:

  1. क्या आप सच्चे हिन्दू हैं .... ? क्या आपके अन्दर प्रभु श्री राम का चरित्र और भगवान श्री कृष्ण जैसा प्रेम है .... ? हिन्दू धर्म पर न्योछावर होने को दिल करता है..? सच लिखने की ताकत है...? महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवा जी, स्वामी विवेकानंद, शहीद भगत सिंह, मंगल पांडे, चंद्रशेखर आजाद जैसे भारत पुत्रों को हिन्दू धर्म की शान समझते हैं, भगवान शिव के तांडव को धारण करते हैं, जरूरत पड़ने पर कृष्ण का सुदर्शन चक्र उठा सकते हैं, भगवान राम की तरह धर्म की रक्षा करने के लिए दुष्टों का नरसंहार कर सकते हैं, भारतीय संस्कृति का सम्मान करने वाले हिन्दू हैं. तो फिर यह साझा ब्लॉग आपका ही है. एक बार इस ब्लॉग पर अवश्य आयें. जय श्री राम
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    जरा सोचिये उपरोक्त सारी बाते आपका दिल स्वीकार करता है. पर हिन्दू खुद को हिन्दू कहने में डरता है, वह सोचता है की कही उसके ऊपर सांप्रदायिक होने का आरोप न लग जाय, जबकि हिन्दू धर्म है संप्रदाय नहीं. हमारे इसी डर ने हमें कमजोर बनाया है.
    जरा सोचे -- कश्मीर में हमारी माँ बहनों की अस्मिता लूटी जा रही है. हम चुप हैं.
    रामजन्मभूमि पर हमले हो रहे हैं........ हम चुप हैं.
    हमारे धार्मिक स्थल खतरे में हैं और हम चुप हैं..
    इस्लाम के नाम पर मानवता का खून बह रहा है . हम चुप हैं.
    हम आतंकी खतरे के साये में हैं..... हम चुप हैं..
    मुस्लिम बस्तियों में हिन्दू सुरक्षित नहीं हैं. हम चुप हैं..
    दुर्गापूजा, दशहरा, गणेश पूजा सहित सभी धार्मिक जुलुस, त्यौहार आतंक के साये में मनाये जाते हैं और हम चुप है.
    क्या यह कायरता हमें कमजोर नहीं कर रही है.
    जागिये, नहीं तो जिस तरह दिन-प्रतिदिन अपने ही देश में हम पराये होते जा रहे हैं. एक दिन भारत माता फिर बाबर और लादेन के इस्लाम की चंगुल में होगी.
    हमारी कायरता भरी धर्मनिरपेक्षता भारत को इस्लामिक राष्ट्र बना देगी.
    धर्म जोड़ता है, आप भी जुड़िये.
    भारतीय संस्कृति की आन-बान और शान और हिंदुत्व की रक्षा के लिए अपने अन्दर के डर को निकालिए.
    आईये हमारे इस महा अभियान में कंधे से कन्धा मिलाकर दिखा दीजिये, हम भारत माँ के सच्चे सपूत हैं.. हम राम के आदर्शों का पालन करते हैं. गीता के उपदेश को मानते हैं.
    स्वामी विवेकानंद ने विदेश में जाकर अकेले हिंदुत्व का डंका बजा दिया... हम भी तो हिन्दू हैं.
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    आईये " हल्ला बोल" के समर्थक बनकर अपनी आवाज़ बुलंद कीजिये...
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    नम्र निवेदन --- यदि आप धर्मनिरपेक्ष हिन्दू बनते है तो यहाँ पर आकर अपना समय बर्बाद न करें. पर चन्द शब्दों में हमें यह जरूर बताएं की सेकुलर और धर्मनिरपेक्षता का मतलब आपको पता है. यदि पता न हो तो हमसे पूछ सकते हैं. हम आपकी सभी शंकाओ का समाधान करेंगे.
    इसको अवश्य पढ़े....
    इनका अपराध सिर्फ इतना था की ये हिन्दू थे

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