Wednesday, April 1, 2009

"मैजेस्टिक" बस स्टैंड के सुधार का काम 9 से


बेंगलूर। सड़कों पर वाहनों के जमघट से उपजने वाली समस्या को इसकी जड़ में ही खत्म करने की कोशिशें अब तेजी पकड़ने वाली हैं। 9 अप्रैल को शहर के व्यस्ततम बस-अड्डों में से एक मैजेस्टिक बस स्टैंड के चेहरे में सुधार लाने का काम शुरू होगा। इस बस स्टैंड से अपनी यात्रा शुरू करने वाली सवारियों को यहां की व्यवस्थाओं से कई तरह की शिकायतें रहती आई हैं। इनमें मुख्य शिकायत यह रही है कि इस बस स्टैंड में उपलब्ध पूरे स्थान का समुचित प्रयोग न किए जाने से इसकी पूरी क्षमता के अनुसार यात्रियों को बसों की सेवा नहीं मिल पाती है। कुछ वर्ष पूर्व यह शिकायत दूर करने के लिए मैजेस्टिक को 45 मंजिले बस स्टैंड का स्वरूप देने का प्रस्ताव रखा गया था। जानकारी के मुताबिक, इस प्रस्ताव पर विचार-विमर्श करने के बाद अब इसे जमीनी स्तर पर लागू करने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
मैजेस्टिक बस स्टैंड को नया चेहरा देने की कोशिशों के तहत बस यात्रियों को कई प्रकार की यातायात सुविधाएं एकीकृत स्वरूप में उपलब्ध करवाने पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। इस बस स्टैंड से यात्री बेंगलूर महानगर परिवहन निगम (बीएमटीसी) की बसों के साथ ही कर्नाटक राज्य परिवहन निगम (केएसआरटीसी) बसों की सेवा भी प्राप्त कर सकेंगे। इनके साथ ही मैजेस्टिक बस स्टैंड के भूतल से 60 फीट नीचे बेंगलूर मेट्रो रेल और मोनोरेल स्टेशन भी बनेंगे। यानी एक ही स्थान पर लोगों को शहरी और अन्तरशहरीय यातायात के सभी विकल्प उपलब्ध करवाने की योजना है। इन सबके साथ ही, सभी प्रस्तावित 45 मंजिलों का निर्माण कार्य पूरा हो जाने पर निजी वाहनों की पार्किंग के लिए भी पर्याप्त स्थान उपलब्ध हो जाएगा। योजना के मुताबिक, यात्रियों को छह मंजिलों पर केएसआरटीसी और छह मंजिलों पर बीएमटीसी की बस सेवाओं के साथ ही छह मंजिलों पर मेट्रो रेल की सेवाएं भी मिलेंगी। वहीं 18 मीटर का एक गलियारा ऐसा होगा जिसमें मेट्रो रेल और मोनो रेल का प्रयोग करने वाले यात्री सुविधानुसार मोनो या मेट्रो रेल की सेवाएं ले सकेंगे।
इस नई यातायात योजना के तहत बेंगलूर शहर के अन्दर ही कुछ नए बस-स्टॉप भी बनाए जाएंगे। यह सभी बस स्टॉप मैजेस्टिक बस स्टैंड के आस-पास होंगे। इनमें बेंगलूर सिटी रेलवे स्टेशन रोड, सिल्क हाउस रोड, शान्ताला रोड बस स्टॉप शामिल होंगे। इन नए बस स्टॉप पर बीएमटीसी की बसें रुकेंगी जबकि केएसआरटीसी की बसों के लिए दस नए बस स्टॉप बनेंगे।
मैजेस्टिक बस स्टैंड को शानदार नया चेहरा देने की इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना पर अनुमानित 500 करोड़ रुपए की लागत आने की जानकारी मिली है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस परियोजना का काम पूरा होने पर मैजेस्टिक बस स्टैंड शहर में सड़क एवं वैकल्पिक रेल यातायात व्यवस्था का मुख्य केन्द्र बन जाएगा। इस विशालकाय बस स्टैंड के वाणिज्यिक प्रयोग की योजना भी तैयार कर ली गई है। कुल मिलकर "मैजेस्टिक' अपने नाम के अनुरूप जल्दी ही एक शानदार चेहरे के साथ दैनिक यात्रियों की सेवा करने को तैयार हो जाएगा ताकि यात्रियों को सफर की शुरुआत से ही बेहतरीन सेवा दी जा सके।

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